गन्ने की फसल पीली और सूख रही है? जानें असरदार और आसान समाधान

                                                  By Sikha                                                                        PUBLISHED January                                                   22, 2025

जैविक खाद जैसे गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट का उपयोग करें। इसके अलावा, रासायनिक उर्वरकों का संतुलित मात्रा में प्रयोग करें।

गन्ने की फसल को पर्याप्त पानी की आवश्यकता होती है, लेकिन जलभराव से बचें।खेत में जल निकासी की उचित व्यवस्था करें। गर्मियों में 10-12 दिन के अंतराल पर सिंचाई करें,

जबकि सर्दियों में 15-20 दिन के अंतराल पर सिंचाई करना पर्याप्त होता है।

गन्ने की फसल को कीट और रोगों से बचाने के लिए नियमित रूप से निगरानी करें। 

लाल सड़न रोग के लिए फफूंदनाशक दवाओं का छिड़काव करें। दीमक के नियंत्रण के लिए क्लोरपायरीफॉस का उपयोग करें।

एक ही खेत में लगातार गन्ने की फसल उगाने से मिट्टी की उर्वरता कम हो जाती है। इसलिए, फसल चक्र अपनाएं।

अगर गन्ने की पत्तियां पीली पड़ रही हैं, तो माइक्रोन्यूट्रिएंट्स का छिड़काव करें।

जिंक सल्फेट, मैग्नीशियम सल्फेट और बोरॉन का छिड़काव पत्तियों पर करने से पोषक तत्वों की कमी दूर होती है।

खरपतवार गन्ने की फसल के लिए नुकसानदायक होते हैं। ये पोषक तत्वों और पानी को अवशोषित कर लेते हैं। 

गन्ने की फसल को समय पर काटना बहुत जरूरी है। अगर फसल ज्यादा दिन तक खेत में रहती है, तो पौधे सूखने लगते हैं।

 इसलिए, फसल की कटाई सही समय पर करें।

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