प्रेमानंद महाराज: क्या भविष्य को देखा जा सकता है?

एक भक्त ने वृंदावन वाले प्रेमानंद महाराज से पूछा कि क्या भविष्य को देखा जा सकता है? चलिए जानते हैं महाराज जी का जवाब।

प्रेमानंद महाराज ने कहा कि जो भूत, भविष्य और वर्तमान तीनों का कालों का ज्ञान रखते हैं, उन्हें त्रिकालज्ञ कहते हैं। वो हैं भगवान शिव।

वो आगे कहते हैं कि ईश्वर कोटि के जो महापुरुष हैं, वो त्रिकालयज्ञ हैं। वो पूरे त्रिभुवन को ऐसे देखते हैं, जैसे हथेली पर आंवला रखा हो।

महाराज जी कहते हैं कि त्रिकालज्ञ, ईश्वरकोटि के महापुरुष होते हैं। थोड़ी-थोड़ी स्मृतियां, सिद्धियां साधना से प्राप्त हो जाती है कि कल क्या किया और आगे क्या करोगे। 

उन्होंने कहा कि इन सब की जानकारी रखने वाला भगवत प्रेमी नहीं होता है, भगवत प्रेमी न कुछ सुनना चाहता है और न ही जानना, वो केवल कृष्ण प्रेम में रोना चाहता है। 

महाराज जी कहते हैं कि यह भूत, भविष्य और वर्तमान है तो माया ही।

उन्होंने कहा कि साधना केवल भगवान के लिए होती है। न भूत के लिए और न ही भविष्य के लिए।

वो कहते हैं कि चतुर खिलाड़ी वही है जो रिद्धियों और सिद्धियों के चक्कर में न फंसकर भगवान से प्रेम प्राप्त करता है।