गेहूं की फसल में सिंचाई के बाद इस उपाय से पाएं बंपर उत्पादन
By Sikha PUBLISHED January 20, 2025
लेकिन वही छिड़काव करने वाले उर्वरक जिनको लाने में बहुत ही आसानी रहती है। साथ ही इनमें खर्चा भी कम आता है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
दानेदार उर्वरक वजन में ज्यादा होता है साथ ही यह एक बैग 50 किलो का होता है। वही छिड़काव करने वाले से तरल उर्वरक का वजन केवल 1 किलो का होता है
किसानों को इस बात का ध्यान रखना है कि फिलहाल दूसरी सिंचाई का समय चल रहा है तब ऐसे में किसान जब पहली सिंचाई करते हैं तो तब नाइट्रोजन का इस्तेमाल करते हैं।
गेहूं की खेती फसल में दूसरी सिंचाई का समय हो जाता है तब ऐसे में किसानों को इस बात का ध्यान रखना होता है
की दूसरी सिंचाई के बाद पर टिकने लगे उसे समय आपको एनपीके का छिड़काव कर देना है
गेहूं का उत्पादन ज्यादा मात्रा में होगा साथ ही आपको ऐसी अवस्था में 00:00:52 मतलब पोटाश का छिड़काव करना होगा
इसके साथ ही 1 किलो पोटाश को 150 लीटर पानी में गोल के इसका स्प्रे कर देना है तो फसल अच्छी बनेगी।